Bhagwan Ki Murti | सनातन धर्म में जितना विशेष महत्व देवी – देवताओं की पूजा का होता है उतना ही विशेष आस्था भगवान की मूर्तियों से होती हैं मान्यता है कि घर में कुछ विशेष मूर्तियों को स्थापित करने से घर में रहने वाले सदस्यों के जीवन में सकारात्मकता का वास होने के साथ ही कुंडली में मौजूद कमजोर ग्रहों की स्थिति मजबूत होने के अलावा ग्रह दोषों से भी मुक्ति मिलती हैं लेकिन कुछ मूर्तियां ऐसी भी होती हैं जिनको घर में स्थापित नहीं करना चाहिए.
जानते हैं कि किस भगवान और धातु की मूर्ति घर में स्थापित करना शुभ होता हैं :
1) सोने – चांदी की मूर्ति :
हिंदू धर्म में सोने और चांदी को बहुत ही पवित्र धातु को माना जाता है क्योंकि इन धातुओं से बनी मूर्तियां सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया करती हैं इसीलिए घर के मंदिर को इन धातुओं से बनी मूर्तियों को स्थापित करने से घर में सकारात्मकता आने के साथ ही नकारात्मकता दूर होती हैं घर के मंदिर में भगवान गणेश जी और लक्ष्मी जी की मूर्ति रख सकते हैं. मान्यता है कि सोना बृहस्पति ग्रह का प्रतिनिधित्व और चांदी चंद्रमा का प्रतिनिधित्व करती हैं.
2) पीतल की मूर्तियां :
घर के मंदिर में पीतल से बनी देवी – देवताओं की मूर्तियों को स्थापित करने से बृहस्पति ग्रह शांत होते हैं और घर के मंदिर में भगवान गणेश, विष्णुजी, कुबेरजी, कृष्णजी, हनुमानजी के साथ – साथ धन की देवी और बुद्धि की देवी सरस्वती की पीतल की मूर्ति को स्थापित किया जा सकता है मान्यता है कि पीतल की बनी भगवान की मूर्ति की पूजा करने से घर के सदस्यों का स्वास्थ्य बेहतर होती हैं इसके अलावा घर में समृद्धि और उन्नति भी होती हैं. घर के मंदिर में पीतल की मूर्ति रहने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने के साथ ही सदस्यों के जीवन में चल रही सभी समस्याएं भी दूर होती हैं.
3) पारद की मूर्तियां :
हिंदू धर्म में पारद को सबसे शुद्ध और सात्विक धातु माना जाता है इसलिए पारद से बनी देवी देवताओं की मूर्ति का पूजन करना शुभ होता है. मान्यता है कि घर के मंदिर में भगवान शिव, गणेश जी, हनुमानजी, कृष्णजी, लक्ष्मी माँ, दुर्गा माँ और नंदी की पारद की बनी मूर्ति को स्थापित करने से घर के सदस्यों के बीच प्रेम स्नेह बढ़ने के साथ ही सदस्यों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
4) स्फटिक की मूर्तियां :
घर की मंदिर में स्फटिक से बनी देवी देवताओं की मूर्तियों को स्थापित करने और नियमित रूप से पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है मान्यता है कि घर के मंदिर में स्फटिक की गणेशजी, भगवान शिव और माँ लक्ष्मी की मूर्ति को स्थापित करने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है इसके साथ ही यह भी कहा जाता हैं कि जिस घर में नियमित रूप से स्फटिक से बनी देवी देवताओं की मूर्तियों की पूजा करने से घर में रहने वाले सदस्य कम बीमार पड़ते हैं और उनकी कुंडली में शुक्र की स्थिति भी मजबूत होती हैं.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) सोना किस ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है ?
बृहस्पति ग्रह.
2) किस धातु की मूर्तियों को घर में स्थापित करने से कुंडली में शुक्र मजबूत होती हैं ?
स्फटिक की मूर्तियां.
3) घर में पीतल की मूर्तियों को स्थापित करने से कौन सा ग्रह शांत होता हैं ?
बृहस्पति ग्रह.
4) हिंदू धर्म में किस धातु को सबसे शुद्ध और सात्विक धातु माना गया है ?
पारद धातु.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.