Pandit Pradeep Mishra | छत्तीसगढ़ की पवित्र भूमि पर फिर से एक बार होने जा रही हैं अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी के पावन सानिध्य और श्रीमुख से सात दिवसीय श्री शिवमहापुराण कथा का भव्य और दिव्य आयोजन 21 मार्च से 27 मार्च 2025 मयाली जिला जशपुर में होने जा रही हैं. इस कथा को लेकर हिंदू संगठन के लोगों को मानना है कि ईशाई मिशनरी बाहुल्य जशपुर में इस कथा का धार्मिक आयोजन से जिले में धर्मांतरण की हो रही घटनाओं में कमी आएगी. जशपुर में हो रही श्री शिवमहापुराण कथा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह आयोजन राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव सायजी की धर्मपत्नी कौशल्या सायजी की देखरेख और अगुवाई में होगी जिसमें उनकी खास उपस्थित रहने के साथ इनके ही निगरानी में आयोजन का संचालन और समापन होगा.
आपको बता दें कि पंडित प्रदीप मिश्राजी के सानिध्य में श्री शिवमहापुराण की कथा का आयोजन छत्तीसगढ़ में इस साल छुरिया, हलेकोसा (राजनांदगांव) और कोकपुर (कांकेर) में किया गया जिसमें शिवभक्तों और श्रद्धालुओं का जनसैलाब देखने को मिला क्योंकि इनकी कथा में देश के कोने कोने से शिवभक्तों का आगमन होता है और हर किसी की इतनी ही इच्छा की कथा को सुनकर अपने जीवन को आनंदित और सुखी करने के अलावा शिव तत्वों को पहचाना.
जानते हैं जशपुर में होने वाली कथा के बारे में विस्तार से :
अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा जी सीहोर वाले के पावन सानिध्य में ऐतिहासिक श्री शिव महापुराण कथा का भव्य आयोजन मयाली, कुनकुरी (जशपुर) में 21 मार्च से 27 मार्च 2025 को दोपहर 01 बजे से शाम 04 बजे के बीच किया जाएगा. इस कथा के मुख्य आयोजक जनजातीय सुरक्षा मंच के जिला अध्यक्ष श्री रोशन प्रताप सिंह जी हैं और इस कथा के बारे में इनका कहना है कि इस धार्मिक आयोजन से जिले में धर्मांतरण की लगातार हो रही घटनाओं में निश्चित ही कमी आएगी और एक सप्ताह तक चलने वाली भव्य कथा में लगभग एक (1) लाख से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल हो सकते जिनके लिए भव्य तैयारियां की जा रही हैं.
आपको यहां बता दें कि जिले के कुनकुरी में विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग हैं जिसे मद्वेश्वर पर्वत के रूप में जाना जाता हैं और यह शिवलिंग कुनकुरी से मात्र 10किमी दूर मयाली में स्थित हैं.
जानते हैं जशपुर के कथास्थल कैसे पहुंचे :
कथा स्थल मयाली, कुनकुरी (जशपुर) आप अपनी सुविधानुसार पहुँच सकते हैं वैसे जशपुर वायुमार्ग, रेलमार्ग और सड़कमार्ग से जुड़ा हुआ है. जशपुर से सबसे निकटतम हवाई अड्डा रांची (झारखंड) हैं जहां से कथा स्थल की दूरी 151 km की दूरी पर है तो वही सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन रायगढ़ (छत्तीसगढ़) हैं जहां से कथा स्थल की दूरी 197 km की दूरी पर है इसके अलावा सड़कमार्ग से आप किसी भी राज्य या जिले से कथा स्थल पहुंच सकते हैं.
आप सभी इस श्री शिवमहापुराण कथा में शामिल होकर कथा को सफल और मद्वेश्वर पर्वत शिवलिंग का दर्शन करके अपने जीवन को सार्थक करें.
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