Ganesh Mantra | जानते हैं गणेशजी के उन मंत्रों को, जिनके जाप करने से हर कार्य में सफलता और सिद्धि मिलें.

Ganesh Mantra

Ganesh Mantra | हिन्दू धर्म में गणेशजी को प्रथम पूजनीय माना गया है. इनको पूजा करने से कार्य में बाधाएं नही आती हैं और कार्य भी सफलतापूर्वक संपन्न हो जाया करती हैं इसलिए इनको विध्नहर्ता भी कहा जाता हैं. माना जाता हैं कि व्यक्ति के सारे शुभ काम पहले गणेशजी के नाम से शुरू किया जाता हैं मान्यता है कि जो व्यक्ति अपने जीवन में दरिद्रता, बीमारियों और मानसिक स्थिरता से छुटकारा पाना चाहते हैं तो उन्हें भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना करना चाहिए क्योंकि इससे व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि आती हैं. हिन्दू धर्म में सभी देवी देवताओं को प्रसन्न करने और आशीर्वाद पाने के लिए अलग अलग मंत्र को बताया गया है ऐसे ही भगवान गणेश का आशीर्वाद पाने के लिए कुछ मंत्रों के बारे में बताया गया है जिसके जाप से हमेशा गणेशजी की कृपा प्राप्त होने के साथ ही जीवन खुशियों से भर जाता हैं.

Ganesh Mantra | आइए जानते हैं गणेशजी के सरल और प्रभावी मंत्रो को :-

Ganesh Mantra in Hindi | Ganesh Mantra Lyrics In Hindi

1) ॥ गजाननाय विद्दहे , वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात ॥
     ॥ श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरू मे देव सर्व कार्येशु सर्वदा ॥

जब कभी भी कोई नए शुरुआत कर रहे हो तो इस मंत्र का जाप 7 से 21 बार हवन, पूजा और आरती से पहले करना चाहिए लेकिन इस मंत्र का जाप पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठकर करें.

2) ॥ ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरू कुरू स्वाहा ॥

यह गणेशजी का सबसे प्रभावी और सरल मंत्र है जिसको सच्चे मन और श्रद्धा भाव से जाप करने से कार्य में आ रही रुकावट दूर होती हैं.

3) ॥ ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे  ॥

कुंडली में अगर बुध ग्रह दोष हो तो इसको दूर करने के लिए इन मंत्र का जाप बुधवार के दिन करना चाहिए क्योंकि यह मंत्र बुध ग्रह से संबंधित होता हैं.

4) ॥ ॐ एकदंताय विद्धामहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ति: प्रचोदयात ॥

भगवान गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए  ताकि गणेश जी प्रसन्न होकर भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण करें.

5) ॥ महकर्णाय विद्धामहे , वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात ।
        गजाननाय विद्धामहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दंती प्रचोदयात ॥

इस मंत्र का जाप एक निश्चित संख्या में कम से कम 1 से लेकर 10 माला जाप करना चाहिए.

6) ॥ ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा  ॥

नौकरी और व्यवसाय में परेशानी हो रही हो तो इस मंत्र का जाप करना चाहिए इससे नौकरी और व्यवसाय से जुड़ी परेशानियां दूर होती हैं.

7) ॥ ॐ वक्रतुणडैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा ॥

जिस किसी के विवाह में देरी हो रही हो तो उसे इस मंत्र का जाप करना चाहिए क्योंकि इस मंत्र के जाप करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं.

8) ॥ इदं दूर्वादलं ऊं गणपतये नमः ॥

भगवान गणेश को दूर्वा बहुत ही प्रिय हैं इसलिए इस मंत्र का जाप उस समय करें जब पूजा में गणेश जी को दूर्वा चढ़ा रहे हो क्योंकि दूर्वा चढ़ाते समय इस मंत्र के जाप से गणेशजी. प्रसन्न होकर भक्त की इच्छा पूरी करते हैं.

9) ॥ ॐ नमो गणपतये कुबेर ऐकद्रिको फट स्वाहा ॥

इस कुबेर मंत्र को रोजाना एक माला यानी कि 108 बार जाप करने से धन से जुडी परेशानियां दूर होती हैं क्योंकि इस मंत्र को प्रभावी गणेश कुबेर मंत्र माना गया है.

10) ॥ ॐ ग्लौम गौरी पुत्र , वक्रतुंड, गणपति गुरु गणेश ।
        ग्लौम गणपति ,ऋद्धि पति ,सिद्धि पति करो दूर क्लेश ॥

इस मंत्र के जाप करने से घर के सारे कलह क्लेश दूर होकर घर खुशियों से भर जाता है और साथ ही धन, धान्य, संपत्ति, समृद्धि, वैभव, विद्या, पराक्रम और शांति मिलती हैं.

11) ॥ ॐ ह्रीं ग्री ह्रीं ॥

यह गणेश मंत्र चार अक्षरों का प्रभावी व सरल मंत्र हैं इस मंत्र का जाप 108 बार गणेश भगवान की पूजा करते समय करने से घर में सुख संपत्ति और समृद्धि आती हैं.


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 FAQ – सामान्य प्रश्न

हिन्दू धर्म में किस भगवान को प्रथम पूजनीय माना जाता है ?

भगवान गणेश

किस मंत्र के जाप से कुंडली से बुध ग्रह दोष दूर होते हैं ?

॥ ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ॥

भगवान गणेश को अति प्रिय क्या है ?

दूर्वा


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