Banana Plant ki Puja | पुराणों में अगहन माह को पवित्र माह बताई गई है. अगहन माह को मार्गशीर्ष माह भी कहा जाता हैं जो कि भगवान श्रीकृष्ण को अतिप्रिय हैं मान्यता है कि श्रीमद्भागवत गीता में अर्जुन को गीता का ज्ञान देते हुए भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि – “मैं महीनों में मार्गशीर्ष हूँ” यहीं कारण है कि मार्गशीर्ष यानि कि अगहन माह का विशेष महत्व होता है. अगहन माह में भगवान विष्णु और केले के पौधें की पूजा करने की परंपरा को बताई गई हैं. धार्मिक मान्यता है कि भगवान विष्णु को केला बहुत ही प्रिय हैं यही कारण है कि इनका निवास स्थान केले के पौधे में होता है. कहा जाता हैं कि गुरुवार के दिन केले के पौधे की पूजा और जल चढ़ाया जाएं तो सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं क्योंकि गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता हैं.
Banana Plant | अगहन माह में केले के पौधे की पूजा विधान :
1) अगहन माह में ब्रह्म मुहूर्त में रोजाना नियमित रूप से उठे और घर की साफ सफाई करने के बाद गंगाजल से मिले जल से स्नान करने के बाद पीले वस्त्र को धारण करें.
2) अब भगवान सूर्यदेव को अर्ध्य देने के पश्चात केले के पौधे की पूजा करें. इसमें थोड़ा – थोड़ा करके नौ बार परिक्रमा करते हुए जल को चढ़ाए लेकिन हर एक परिक्रमा में गुरु बृहस्पति का ध्यान करें.
3) अगहन माह की हर गुरुवार को केले के पौधे में जल अर्पित करते समय जल में चुटकी भर हल्दी मिलाएं और इसमें एक सिक्का डालें.
4) अब केले के पौधे में पीले चंदन, पीले फूल गुड़, चने की दाल, केले का फल को अर्पित करें धार्मिक मान्यता है कि केले का फल भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को अतिप्रिय होता है और इसका भोग लगाने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
5) अगहन माह में केले के पौधे में जल को एक साथ नहीं चढ़ना चाहिए क्योंकि इससे पूजा का पूरा फल नहीं मिलता है.
Banana Plant Puja Vidhi | अगहन माह में केले के पौधे की पूजा करने के नियम :
1) अगहन माह में पड़ने वाली एकादशी और गुरुवार को सूर्योदय से पहले मौन व्रत का पालन करके स्नान करना चाहिए.
2) केले के पौधे में अक्षत, पुष्प, हल्दी की गांठ, चने की दाल और गुड़ को पूरा अगहन माह अर्पित करें.
3) अगहन माह में ध्यान रखें कि घर के आंगन में अगर केले का पौधा लगा हो तो उसमें जल अर्पित न करें जबकि बाहर के केले के पौधे में जल अर्पित करें.
4) इस माह में ध्यान रखें कि जहां भी केले का पौधा दिखाई दे तो उसे प्रणाम अवश्य करें.
अगर आप अगहन माह और गुरुवार के दिन इन विशेष नियमों का पालन करते हुए केले के पौधे की पूजन करती हैं तो और केले के पौधें में जल को अर्पित करती है तो सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
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FAQ – सामान्य प्रश्न
1) अगहन मास को और किस नाम से जाना जाता हैं?
मार्गशीर्ष माह.
2) अगहन माह किस भगवान को अतिप्रिय हैं ?
भगवान श्रीकृष्ण.
3) अगहन माह में किस पौधे की पूजा करने की परंपरा है ?
केले का पौधा.
4) केले के पौधें में किस भगवान का वास माना जाता हैं ?
भगवान विष्णु.
अस्वीकरण (Disclaimer) : यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना ज़रूरी है कि madhuramhindi.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता हैं.