Ganga jal ke Upay | सनातन धर्म मे गंगा नदी को पवित्र नदी के साथ माँ का भी दर्जा दिया गया है. माना जाता हैं कि गंगा नदी में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं. धार्मिक ग्रंथों में कहा गया है कि गंगा जल इतना शक्तिशाली होता हैं कि अगर किसी से कोई पाप या फिर किसी भी तरह की भूल हो गई हैं तो इसके छिड़काव या फिर गंगा नदी में स्नान से ही उसके पाप नष्ट हो जाते हैं ऐसी भी मान्यता है कि गंगा जल के स्पर्श मात्र से मनुष्य को स्वर्ग की प्राप्ति होती हैं. जन्म से लेकर मृत्यु तक सभी अनुष्ठानों में गंगाजल का उपयोग किया जाता हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गंगा जल को लेकर उपायों को बताए गए हैं इन उपायों को अपनाकर जीवन में आने वाली कठिनाइयों और ग्रह दोष से मुक्ति मिलने लगती हैं इसके अलावा तरक्की के मार्ग भी खुलने लगते हैं. जिस स्थान पर गंगाजल रखा जाता हैं, वहां सकारात्मकता बनी रहती हैं ऐसे में गंगाजल से किए गए उपाय बेहद कारगर माने जाते हैं.
Ganga jal ke Upay | इनमें से कुछ उपाय (remedy) इस प्रकार से है.
1) हर सोमवार को शिवजी की पूजा करने के बाद शिवलिंग का अभिषेक गंगा जल से करना चाहिए इसके साथ शनिवार को पानी में गंगाजल को मिलाकर पीपल की जड़ में चढ़ाये ऐसा करने से ग्रह दोष से होने वाली मुश्किलों से मुक्ति मिलेगी.
2) अगर घर में किसी के शादी विवाह में देरी या फिर बाधा आ रही है तो नहाने के पानी में गंगाजल और चुटकी भर हल्दी मिलाके लगातार 21 दिन स्नान करने से शादी व विवाह में आ रही अड़चन दूर हो जाएगी.
3) अगर घर में हमेशा क्लेश और अनबन भरा मौहाल हो तो पूजा करने के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए ऐसा करने से घर का क्लेश दूर होने के साथ नकारात्मकता दूर होगी और सकारात्मकता का भी प्रवेश होगा.
4) घर में छोटे बच्चों को अगर किसी की नज़र लग गई हो तो बच्चे पर गंगाजल के छींटे मारे इस उपाय से नज़र दोष दूर हो जाएगा.
5) पीतल के पात्र या फिर लोटे में गंगाजल (Gangajal) को भरकर उत्तर पूर्व दिशा में रखना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से घर में सकारात्मकता बढ़ने लगती हैं और तरक्की के रास्ते खुलते हैं.
6) सोने से पहले बिस्तर पर गंगाजल का छिड़काव कर लेना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से अच्छी नींद आएगी और बुरे सपनों से भी छुटकारा मिलेगा.
7) अगर किसी को नौकरी से जुड़ी समस्या है तो लगातार 40 दिन पीतल के लोटे में साधारण जल भरकर उसमें 11 बूंदे गंगाजल और 5 बेलपत्र डालकर शिवलिंग पर चढ़ा दिया जाए तो नौकरी में आ रही बाधा दूर हो जाएगी.
8) अगर कोई अधिक कर्ज से बहुत दुखी हैं तो उसे पीतल के लोटे में गंगाजल को भरकर लोटे के मुंह को लाल कपड़े से ढक कर घर के उत्तर पूर्व दिशा के कोने में रख दें ऐसा करने से कर्ज से धीरे धीरे राहत मिलने लगती हैं.
FAQ – सामान्य प्रश्न
गंगा नदी को किसका दर्जा दिया गया है?
माँ का
गंगा जल को किस पेड़ की जड़ में चढ़ाने से ग्रह दोष दूर होता हैं?
पीपल का पेड़
विवाह में आ रही बाधा को दूर करने के लिए गंगाजल में किसे मिलाकर स्नान करना चाहिए?
हल्दी
पीतल के पात्र में गंगाजल को भरकर किस दिशा में रखना चाहिए?
उत्तर पूर्व दिशा में
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